-एक दिन पहले शिवाजी नगर से बरामद की थीं एक क्विंटल मछली
– पहूज बांध पर मछली के अवैध शिकार की सूचना पर पहुंची थी मत्स्य विभाग की टीम
झांसी। प्रतिबंध के बाद भी मछली की बिक्री की सूचना पर बीते दिवस मत्स्य विभाग को एक कुंतल मछली बरामद करने में सफलता मिली। अगले ही दिन पहूज बांध पर बड़े पैमाने पर मछली का आखेट किए जाने की सूचना मिली। मत्स्य विभाग की टीम ने छापामारी Raid की योजना बनाई। टीम के पहूज बांध पहुंचने से पहले ही मछली के शिकारियों को इसकी सूचना मिल गई। टीम जब वहां पहुंची तो शिकारी शिकार करके भाग चुके थे। ऐसे में मत्स्य विभाग की टीम को बैरंग लौटना पड़ा।
मालूम हो कि वर्षाकाल में मछली के आखेट और उसकी बिक्री पर प्रतिबंध रहता है। बावजूद इसके मछली का शिकार और बाजार में बिक्री हो रही है। इस पर रोक लगाने के लिए विभाग निरंतर छापेमारी Raid कर रहा है। उप निदेशक मत्स्य ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि वर्षाकाल में मछलियों का प्रजनन होता है। इसलिए नदियों और तालाब, बांधों से मछली का शिकार प्रतिबंधित रहता है। वहीं, मत्स्य निरीक्षक राहुल द्विवेदी ने बताया कि पहूज बांध पर मछली का अवैध शिकार किए जाने की सूचना पर रविवार की अल सुबह विभाग की टीम के साथ छापामारी Raid करने को निकले। पहूज बांध से पहले रेलवे फाटक बंद था। ऐसे में उनकी टीम को बैरियर पर ही रुकना पड़ा। वहीं मछली के शिकारियों को भी इसकी सूचना मिल गई। टीम कार्रवाई करती इससे पहले वह भाग निकले।
उप निदेशक मत्स्य ने बताया कि वर्षा ऋतु में भारतीय मेजर कार्प मछलियां जैसे कतला, रोहू व नैन तथा विदेशी कार्प जैसे ग्रास कार्प, सिल्वर कार्प व कॉमन कार्प मछलियां प्रजनन करती हैं। नदियों में जुलाई और अगस्त माह में मत्स्य बीज पकड़ने, नष्ट करने अथवा बेचने पर प्रतिबंधित किया गया है।
पुलिस और मत्स्य निरीक्षक करेंगे निगरानी
इस अवधि में नदियों से मत्स्य बीज की निकासी एवं मत्स्य शिकार की जांच के लिए राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग की टीम (निरीक्षक स्तर तक) को अधिकृत किया गया है। प्रतिबंधित अवधि में जो भी व्यक्ति नदियों में मत्स्य बीज निकासी एवं मत्स्य का अवैधानिक शिकार व बिक्री करते पकड़ा जायेगा उसके विरूद्ध यूपी फिशरीज एक्ट 1948 के प्रावधानों के अन्तर्गत नियमानुसार दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी। इसके तहत संबंधित से जुर्माना वसूलने के साथ ही उसे जेल भी भेजा जा सकता है।