– विरोध के बाद भी जारी रहा अतिक्रमण Atikraman हटाने का काम
– करीब 200 अस्थायी निर्माण व दुकानें हटाईं गईं
झांसी। राई के ताजिया से लेकर उन्नाव गेट तक 30 फुट की सड़क अतिक्रमण Atikraman के कारण आधी रह गई थी। किसी ने सड़क पर दुकान रख ली थी तो किसी ने चबूतरा या सीढ़ियां बना लीं थीं। यही कारण था कि आवागमन में लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता था। इस संबंध में वॉर्ड के पार्षदों ने भी नगर निगम के अधिकारियों को सूचित किया। मामला संज्ञान में आने के बाद नगर निगम के दस्ते ने गुरुवार को अभियान चलाकर करीब 200 से अधिक अस्थायी निर्माणों को ध्वस्त किया।
क्षेत्रीय पार्षद प्रतिनिधि सफीक मकरानी व आफाक मकरानी ने नगर निगम के अधिकारियों को पूर्व में राई की ताजिया से लेकर उन्नाव गेट तक नालियों पर स्थायी निर्माण कर लिए जाने की शिकायत की थी। शिकायत पर नगर निगम के अधिकारियों ने जांच कराई तो शिकायत सही पाई गई। इस पर नगर निगम ने अतिक्रमण को हटाने लिए रोस्टर तैयार किया, इसमें गुरुवार को अभियान चलाने के लिए रणनीत तैयार की गई। गुरुवार को तय समय पर नगर निगम के अतिक्रमण Atikraman विरोधी दस्ता राई के ताजिया पर मय जेसीबी के पहुंचा और और लगभग 200 स्थायी निर्माण को हटाया गया। इसमें लोगों द्वारा अपने घरों एवं दुकानों के सामने बनाए गए जीना, दासा, चबूतरा एवं दुकान आदि शामिल हैं। मोहम्मद जाहिद द्वारा नाली के ऊपर बनाई गई लगभग दस साल पुरानी दुकान को भी ध्वस्त कर दिया गया । क्षेत्रीय पार्षद प्रतिनिधियों द्वारा नगर निगम प्रशासन से उल्लेखित स्थल से अतिक्रमण Atikraman हटाए जाने की मांग काफी पहले ही की गई थी। पार्षदों द्वारा नगर निगम प्रशासन को अवगत कराया गया था कि लोगों के द्वारा नालियों के ऊपर बनाए गए स्थायी निर्माण की वजह से, नालियों की सफाई भी नहीं हो पाती है एवं मोहर्रम के जुलूस में भी बाधा उत्पन्न होती है। इस दौरान दोनों पार्षद प्रतिनिधि नगर निगम के अतिक्रमणरोधी टीम के साथ मुस्तैदी के साथ डटे रहे। स्थानीय पार्षद प्रतिनिधियों एवं नगर निगम की टीम द्वारा किसी के साथ पक्षपात न किए जाने के कारण, अतिक्रमण Atikraman अभियान में सैकड़ो लोगों की भीड़ के बावजूद, अतिक्रमण Atikraman हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न की गई । अतिक्रमण विरोध अभियान की शुरुआत में कई लोगों के चबूतरे, रैम्प, होटल की भट्टी आदि तोड़े गए, वे लोग एक-एक करके आगे के अतिक्रमण Atikraman को तोड़े जाने के तमाशबीन बनते चले गएl इस प्रकार किसी का छोटा सा भी अतिक्रमण Atikraman हटवाए जाने से छूट जाने पर उपस्थित लोगों द्वारा हो हल्ला भी किया गया । वहीं, शिकायत के आधार पर एक तरफ से समस्त स्थायी अतिक्रमण को नगर निगम की टीम द्वारा हटवा दिया गया। अतिक्रमण Atikraman अभियान के दौरान बीच-बीच में स्थानीय निवासियों द्वारा पक्षपात का आरोप लगाते हुए हो हल्ला भी किया गया। पक्षपात के आरोपों को अभियान का नेतृत्व कर रहे संपत्ति अधीक्षक बृजेश वर्मा ने गंभीरता से लेते हुए कई बार जेसीबी को पीछे भी ले जाया गया। अतिक्रमण Atikraman अभियान के दौरान सैकड़ो की संख्या में लोग जेसीबी के आगे एवं पीछे डटे रहे तथा नगर निगम के कार्रवाई पर पैनी नजर बनाए रखी गई। अभियान के दौरान संकरी रोड एवं अत्यधिक भीड़ होने के कारण कई बार लोगों को जेसीबी से दूर रहने का अनाउंसमेंट भी करना पड़ा। अतिक्रमण Atikraman हटाओ अभियान की निष्पक्षता का आलम यह रहा की स्वयं पार्षद प्रतिनिधि आफाक मकरानी द्वारा अपने भाई की दुकान के सामने के स्थायी निर्माण को स्वयं खड़े होकर तुड़वाया गया। नाला-नाली पर किए गए स्थायी अतिक्रमण Atikraman के प्रति नगर निगम के सख्त रुख को देखकर बहुत से लोग स्वयं ही अपना अतिक्रमण हटाने लगे। नगर निगम द्वारा गुरुवार को चलाए गए अभियान में स्थानीय थाना कोतवाली की पुलिस, नगर निगम के सफाई कर्मी एवं खाद्य निरीक्षक रघुराज सिंह निरंजन अपने कर्मचारियों सहित उपस्थित रहे । देखते ही देखते दतिया गेट से लेकर दरियाबाद चौराहे तक के व्यापारियों ने सड़क फुटपाथ पर किए गए अतिक्रमण Atikraman को स्वयं ही हटाने लगे। इसकी वजह से आम दिनों में मात्र 10 फीट की सड़क 35 से 40 फीट की दिखाई देने लगी । नगर निगम के द्वारा निष्पक्षता पूर्ण कार्रवाई किए जाने पर स्थानीय व्यापारियों एवं निवासियों द्वारा अतिक्रमण Atikraman अभियान को अपना समर्थन दिया गया l अपर नगर आयुक्त रोली गुप्ता द्वारा नाला एवं नाली पर किए गए स्थायी अतिक्रमण Atikraman पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा गया है कि इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी ।